बुलंदशहर: सुनने में आपको अजीब लगेगा मगर भाजपा उम्मीदवार और दो बार से सांसद डाक्टर भोला सिंह अपने गांव के लोगों को भी मतदान के प्रति जागरुक करने में असफल रहे हैं। वहीं पांचों विधानसभा क्षेत्र में विधायक अपने बूथ पर मतदान प्रतिशत बढ़ने में नाकाम रहे हैं।
जी हां जीत के लिए रात दिन मेहनत करने वाले भाजपा प्रत्याशी अपने गांव के लोगों को ही जागरुक नहीं कर सके जहां पर दो हजार वोट के सापेक्ष सिर्फ 954 वोट ही डल सके । मतलब साफ है कि पचास फीसदी से भी कम मतदान हुआ।

विधायकों का भी यही हाल है कोई भी अपने बूथ पर फस्ट डीवीजन नहीं ला सके । सभी के बूथों पर साठ फीसदी से कम मतदान रहा। सिर्फ जिला पंचायत अध्यक्ष का बूथ ही पिछत्तर प्रतिशत से अधिक मतदान करने में सफल हो पाया।
सवाल यह है कि आखिर जनप्रतिनिधि अपने बूथ के ही लोगों को जागरुक नहीं कर पाए तो क्षेत्रीय जनता को कैसे जागरुक कर सकते हैं। वैसे चुनाव में कोई मुद्दा नहीं था और ना ही कार्यकर्ता जोश दिखा सके ।