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बुलंदशहर: जनपद में बिजली विभाग के अधीक्षण अभियंता द्वारा ठेकेदार से रिश्वत मांगने और फिर ठेकेदार द्वारा पिस्टल तानने के आरोप के बाद एमडी ईशा दुहन पूरे मामले में काफी नाराज, चीफ इंजीनियर को तीन सदस्यीय कमेटी गठित कर जांच के दिए आदेश, कहा कि जो भी गलत होगा उसके खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई।
क्या है पूरा मामला
अधीक्षण अभियंता एसके निर्मल ने पुलिस को बताया कि 31 जुलाई को कार्यालय में ठेकेदार सुखवीर भाटी अपने भाई सतेंद्र भाटी के साथ आए और कहा उनके द्वारा जो दस्तावेज अपलोड किए गए हैं उन्हीं पर टेंडर जारी किया जाए। ऐसा करने से इन्कार करने पर आरोपी ने अभद्र भाषा का प्रयोग किया और विरोध पर सुखवीर भाटी ने अपनी पिस्टल निकाली और उनके सीने पर सटाते हुए गोली मारने की धमकी दी। आरोपी जाते-जाते धमकी देकर गया यदि टेंडर उसकी फर्म को जारी नहीं किया तो अच्छा नहीं होगा।
उधर ठेकेदार सुखवीर भाटी ने आरोप लगाया है कि 31 जुलाई को वह हाईडिल काॅलोनी में थे। इसी दौरान अधीक्षण अभियंता उनसे मिले और अपने कार्यालय में ले गए। वहां उन्होंने टेंडर की 10 फीसदी धनराशि एडवांस में मांगी। जब इसका विरोध किया तो उन्होंने टेंडर नहीं देने की धमकी दी। ठेकेदार ने आरोप लगाया उक्त अधिकारी घर में एसी लगवाने के नाम पर पहले भी 42 हजार रुपये ले चुका है। इनमें से सात हजार रुपये उनकी पत्नी के खाते में ट्रांसफर किए गए थे जबकि 35 हजार की धनराशि नकद दी थी। ठेकेदार का आरोप है कि उन्होंने पहले ही इसकी ई-एफआइआर करा दी थी जिससे बचने के लिए अधिकारी ने झूठे आरोप लगाकर शिकायत दी है।
एमडी IAS ईशा दुहन का कहना है पूरे मामले में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। चीफ इंजीनियर के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी गठित की जाएगी, जो पूरे मामले की जांच करेगी। जो भी दोषी होगा, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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