बदायूं: उत्तर प्रदेश में बदायूं जनपद से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। जहां लोकसभा चुनाव में राजनीतिक पार्टियों के नेता अपने प्रत्याशियों को जिताने के लिए पूरी ताकत लगा रहे है। वहीं दूसरी ओर समर्थकों ने अपने-अपने प्रत्याशी के सिर पर जीत का सेहरा सजाने की होड़ में लाखों के दांव लगाने शुरु कर दिए है। दरअसल उझानी क्षेत्र में भाजपा और सपा के प्रत्याशियों पर दो लाख रुपये की शर्त लगी हैं। यह शर्त किसी और के बीच नहीं बल्कि दो अधिवक्ताओं के बीच लगी है। जिसका अनुबंध स्टांप पेपर पर कराया गया है। अनुबंध पत्र में दो गवाहों को भी शर्त के प्रत्यक्षदर्शी बनाया गया है।

सपा और भाजपा की जीत पर लगी दो लाख की शर्त
किसके सिर सजेगा बदायूं सांसद का सेहरा? इसका जवाब तो परिणाम घोषित होने के बाद ही पता चल सकेगा लेकिन समर्थक अभी से अपने-अपने प्रत्याशियों की जीत का दावा कर चुके हैं। उझानी निवासी एडवोकेट दिवाकर वर्मा और इसी क्षेत्र के गांव बरामलदेव निवासी एडवोकेट सतेंद्र पाल के बीच दो लाख रुपये की शर्त लगी है। दिवाकर वर्मा ने अपना प्रत्याशी भाजपा के दुर्विजय सिंह शाक्य को चुना है तो वहीं, सतेंद्र पाल सिंह ने सपा के प्रत्याशी आदित्य यादव की जीत का दावा किया है। दोनों अधिवक्ताओं के बीच दस रुपये के स्टांप पर अनुबंध हुआ है। जिसमें लिखा है कि यदि भाजपा प्रत्याशी जीतते हैं तो सतेंद्र पाल दिवाकर वर्मा को दो लाख रुपये देंगे और अगर सपा प्रत्याशी जीतते हैं तो दिवाकर वर्मा, सतेंद्र को दो लाख रुपये 15 दिन के अंदर नगद देंगे। अनुबंध पत्र पर दो गवाहों के हस्ताक्षर भी हैं। इसमें लिखा है कि यदि चुनाव में किसी प्रकार की धांधलेबाजी होने पर यह अनुबंध स्वत: निरस्त समझा जाएगा।
साभार: हिंदुस्तान समाचार पत्र