बुलंदशहर: जनपद में संचालित अधिकांश होटल और मेरिज होम नियमों को दरकिनार कर चल रहे हैं जिन पर विभागीय स्तर पर कार्यवाही के नाम पर सिर्फ नोटिस जारी कर वाही वाही लूटी जाती है जबकि संबंधित विभाग नियमों की जांच करने की कोशिश नहीं करते हैं।
नियमों को ताक पर रख चल रहे हैं अधिकांश होटल और मेरिज होम
बताते है कि अधिकांश होटल और मेरिज होम में पार्किंग की विकट समस्या है और इनमें कार्यक्रम या विवाह शादी होने पर सड़कों पर वाहनों की लंबी कतार लग जाने से आने जाने वाले लोगों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ता है। नियम यह है कि बिना पार्किंग के होटल या मेरिज होम का संचालन नहीं हो सकता है।

वहीं कई होटल और मेरिज होम में अग्नि शमन यंत्र भी नहीं है । गर्मी के मौसम में या अचानक हादसा होने का खतरा रहता है जबकि पिछले एक साल में देश और प्रदेश में आगजनी की अनेक वारदात हुई है और यहां पर जांच के नाम पर कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं।
इतना ही नहीं होटल और मेरिज होम में विधुत की चोरी का सिलसिला रहता है वहीं जनरेटर भी नियम के तहत नहीं चलाए जाते है। उनमें से निकलने वाले धुएं से आसपास के लोगो को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
ऐसे ही इनके लिए कई नियम और शर्तें होती है जिनकी निष्पक्ष जांच रुप से हो जाए तो काफी होटल और मेरिज होम अनाधिकृत मिल सकते हैं।
मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच की मांग की
इस संबंध में भारत विकास परिषद बुलंदशहर सेवार्थ के अध्यक्ष चन्द्र भूषण मित्तल ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर निष्पक्ष जांच कराने की मांग की है।
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