बुलंदशहर: आम जनता पर महंगाई की चौतरफा मार पड़ रही है। खाने पीने की चीजों में दामों में वृद्धि से थाली का जायका बिगड़ गया है। वही जरूरत की वस्तुओं के दाम बढ़ने से लोगों के घर का बजट बिगड़ गया है। बच्चों की स्कूल फीस भी हर साल बढ़ रही है। यूनिफॉर्म और पाठ्यक्रम हर साल बदलने से अभिभावकों की जेब पर अतिरिक्त बोझ बढ़ रहा है। महंगाई की मार से जूझ रहे लोगों का मासिक बजट बिगड़ चुका है।
महंगाई ने तोड़े पिछले सारे रिकॉर्ड
इस समय महंगाई ने पिछले कई साल का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। हर कोई इस महंगाई से राहत पाने का प्रयास कर रहा है लेकिन हर दिन खाद्य पदार्थ सब्जी और फल की कीमतें बढ़ती जा रही हैं।

मंहगे कोर्स और बढ़ती फीस ने अभिभावकों को दिलाया पसीना
राशन इतना महंगा हो गया है दुकान में खरीदारी करने से पहले जनता को सोचने पर मजबूर होना पड़ता हैं। वहीं महंगाई की मार से जूझ रहे लोगों पर स्कूलों में संचालकों की मनमानी सहनी पड़ रही है। क्योंकि कई स्कूलों में पिछले साल की यूनिफॉर्म में बदलाव करके बदल दी गई है। जिससे बच्चों के लिए महंगे दाम पर नई यूनिफॉर्म खरीदनी पड़ती है। कई नामचीन स्कूलों में फीस अधिक बढ़ा दी है इसी तरह से पाठ्यक्रम में बदलाव करके नए शास्त्र में नया पाठ्यक्रम खरीदने पर मजबूर किया जाता है। महंगाई का हाल यह है कि बच्चों का स्कूलों में प्रवेश आदि का अतिरिक्त खर्च उठाने में लोगों का पूरे साल का बजट बिगड़ रहा है।

रही सही कसर बीमारी पूरी कर देती है।
दिन प्रतिदिन बढ़ रहें चिकित्सा एवं दवाइयां के खर्च के कारण लोगों पर चौतरफा महंगाई की मार पड़ रही है। हालत यह है कि इस तरफ कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। सबसे अधिक परेशानी गरीब और मध्यम वर्ग को हैं जो सीमित आय में अपने घर का खर्च चलाने में परेशानी महसूस कर रहा है।
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धन्यवाद।