बुलंदशहर: जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से जारी की गयी एडवाइजरी के अनुसार आगामी दिनो में दैनिक तापमान में तेजी से वृद्धि (45 डिग्री से ज्यादा) होने का पूर्वानुमान व्यक्त किया गया है। हीटवेव (लू) असामान्य रूप से उच्चतम तापमान की अवधि है जब तापमान सामान्य तापमान से अधिक दर्ज किया जाता है।

आगामी दिनों में जनपद में परिस्थितियां हीटवेव (लू) के अनुकूल बनी हुई है। उच्च आद्रता तथा वायुमंडलीय परिस्थितियों के कारण उच्च तापमान लोगों को प्रतिकूल रूप से प्रभावित करता है। जिसके कारण शरीर में पानी की कमी (डिहाईड्रेशन) एवं ऐंठन की शिकायत आती है और कभी-कभी इसके कारण लोगों की मौत भी हो जाती हैं। शहरी क्षेत्रों में तापमान उच्चतम हो जानें से अर्बन हीट आइलैंड की स्थिति बन जानी है। हीटवेव (लू) से वृद्ध, बच्चे, गर्भवती महिलायें, बीमार, मजदूर, गरीब, दुर्बल एवं निराश्रित लोग अधिक प्रभावित होतें है।
इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्टमेंट लखनऊ द्वारा जनपद में आगामी 24 से 48 घंटे के दौरान कुछ स्थानों पर उष्णलहर से तीव्र उष्ण लहर चलने की संभावना व्यक्त की गई है एवं इंडियन मेट्रोलॉजिकल डिपार्मेंट लखनऊ द्वारा हीट वेव रेड अलर्ट भी जारी किया गया है। जिसके क्रम में जिला आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा हीट वेव/लू से बचाव के लिए “क्या करें, क्या न करें” के संबंध में जनहित में एडवाइजरी जारी की है :-
हीटवेव (Heat wave) / लू प्रकोप से बचाव हेतु क्या करें-
- कडी धूप में विशेष रूप से दोपहर 12.00 बजे से 3.00 बजे के बीच बाहर जाने से बचें।
- हल्के रंग के ढीले-ढाले और सूती कपडें पहनें।
- धूप में निकलते समय अपना सिर ढक कर रखें, कपडे, टोपी या छाता का उपयोग करें।
- पर्याप्त और नियमित अन्तराल पर पानी पीतें रहें। सफर में अपनें साथ पीने का पानी हमेशा रखें।
- खुद को हाइड्रेट रखने के लिए ORS घोल, नारियल का पानी, लस्सी, चावल का पानी, नीबू का पानी, छाछ, आम का पन्ना इत्यादि घरेलू पेय पदार्थों का इस्तेमाल करें।
- रेडियो, टीवी और समाचार पत्रों के माध्यम से स्थानीय मौसम एवं तापमान की जानकारी रखें।
- कमजोरी, चक्कर आने या बीमार महसूस होने पर तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें।
- अपने घर को ठंडा रखे, पर्दे, शटर आदि का इस्तेमाल करें। रात में खिड़कियां खुली रखे।

हीटवेव (Heat wave)/लू प्रकोप से बचाव हेतु क्या ना करें:-
- बच्चों एवं पालतू जानवरों को बिना निगरानी के पार्क की गयी कार में अकेला न छोडें, वाहन जल्दी गर्म होकर खतरनाक तापमान पैदा कर सकते है, जो बच्चों के लिये घातक हो सकती है।
- भीषण गर्मी में दोपहर के समय अधिक श्रम वाली गतिविधियों को न करें।
- उच्च प्रोटीन वाले भोजन से बचें और बासी भोजन न करें।
- शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय पदार्थों का सेवन करने से बचें क्योकि ये शरीर को निर्जलित करतें हैं।
- दोपहर में जब दिन का तापमान अधिक हो उस दौरान खाना पकाने से बचें। रसोई घर को हवादार बनाये रखने के लिये खिडकी व दरवाजे खुली रखें।