बुलंदशहर: गरीबों के 3000 कुंटल राशन घोटाले के मामले में आरोपी ठेकेदार की शिकायत पर शासन से तीन सदस्य जांच टीम का हुआ गठन। मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी ठेकेदार की तरफ से शासन को शिकायत दी गई थी। आरोप लगाया कि जांच टीम ने उनका पक्ष जाने बिना ही एकतरफा कार्रवाई कर रिपोर्ट दर्ज कराई है, जिस पर शासन ने उच्च स्तर पर जांच टीम का गठन किया है।। यह टीम दस्तावेजों की जांच कर उच्च अधिकारियों को सौपेगी रिपोर्ट।

पूरा मामला
आखिर जिसकी संभावना दिखाई दे रही थी वही हुआ। जनपद में लगभग तीन हजार क्विंटल राशन घोटाले के मामले में आरोपी ठेकेदार की शिकायत पर शासन से तीन सदस्यीय जांच टीम का गठित हुई है। शासन से गठित टीम मौका मुआयना कर दस्तावेजों की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंपेगी।
लगभग तीन हजार क्विंटल राशन घोटाले की जानकारी मिलने पर जिलाधिकारी ने एडीएम प्रशासन की अध्यक्षता में जांच टीम का गठन किया था। टीम द्वारा की गई जांच के आधार पर 26 मई को जिला खाद्य विपणन अधिकारी ने परिवहन ठेकेदार रविंद्र सिंह, विपणन निरीक्षक सुधीर कुमार, वकील खां, लेबर ठेकेदार शिब्बू उर्फ शिवकुमार, प्राइवेट कर्मचारी अंकुर समेत सात लोगों के खिलाफ कोतवाली देहात में मुकदमा दर्ज कराया था।
मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी ठेकेदार की तरफ से खाद्य एवं रसद विभाग में अपर आयुक्त को शिकायत दी गई थी। आरोप लगाया कि जांच टीम ने उनका पक्ष जाने बिना ही एकतरफा कार्रवाई कर रिपोर्ट दर्ज कराई है।
सूत्रों का कहना है कि मामला सत्ता पक्ष से जुड़े एक नेता का होने के कारण ही शासन ने उच्च स्तर पर जांच टीम का गठन किया है।
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