लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सभी 80 सीटों के रिजल्ट मैं सबको चौंका दिया है। अयोध्या मुद्दा हुआ फेल, अयोध्या में भी नहीं जीत पाई भाजपा। भाजपा को 29 सीटों का नुकसान हुआ अब पार्टी 62 से 33 सीटों पर आ गई। वोट शेयर 8.63% घटकर 41.37% रह गया ।
वहीं इंडी गठबंधन सपा-कांग्रेस के वोट शेयर में करीब दोगुना उछाल आया है। समाजवादी पार्टी ने किया कमाल, उत्तर प्रदेश की जनता ने 37 सीटों पर जिताया। सपा को 33% जबकि कांग्रेस को 9% वोट मिले हैं।
यूपी में किस पार्टी को मिली कितनी सीट
पार्टी स्तर पर बात की जाए सपा को 37, भाजपा को 33, कांग्रेस को 6, रालोद को 2, अपना दल (एस) को एक सीट मिली है। वही एक सीट पर आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर ने जीती।
अखिलेश यादव इस बार चुनाव में बड़ा चेहरा बनकर उभरे । उन्होंने सपा को अब तक की सबसे बड़ी जीत दिलाई है। वहीं देश की तीसरे नंबर की पार्टी बन गई है।

यूपी में भाजपा का घटा वोट प्रतिशत, कांग्रेस और सपा को मिला लाभ
इस बार चुनाव में भाजपा ने 8.63% वोट प्रतिशत गंवा दिया। जिसकी वजह से 29 सीटों का नुकसान हुआ। और इसका लाभ उठाने में सपा-कांग्रेस सफल रही।
उधर भाजपा के बाद नुकसान उठाने वाली दूसरी पार्टी बसपा है। 2019 में बसपा ने 10 सीट जीती और अब सिर्फ 5 साल बाद शून्य पर आ गई।
यूपी में कांग्रेस 6 सीट जीतने में रही सफल
कांग्रेस के 17 उम्मीदवार में 6 जीतने में सफल रहे
राहुल-प्रियंका और अखिलेश की टीम ने कांग्रेस को एक सीट से 6 सीट पर पहुंचा दिया। वहीं कांग्रेस का गढ़ रही इलाहाबाद में 40 साल बाद कांग्रेस ने जीत हासिल की। इसके अलावा रायबरेली से राहुल गांधी, अमेठी से के एल शर्मा, सहारनपुर से इमरान मसूद, बाराबंकी से पीएल पुनिया का बेटा तनुज पुनिया, सीतापुर से राकेश राठौर ने जीत हासिल की है।