नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव की गहमा-गहमी के बीच दिल्ली से एक बड़ी खबर सामने आई है जिसमें कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा है। दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि दिल्ली में अभी तक चुनाव नहीं हुआ है, ऐसी स्थिति में मतदान से पहले अरविंदर सिंह लवली द्वारा अध्यक्ष पद छोड़ना पार्टी के लिए बिल्कुल भी शुभ संकेत नहीं कहा जा सकता है। लोकसभा चुनाव के लिए अभी तक दो चरणों का मतदान हो चुका है। एक तरफ सभी पार्टियां तीसरे चरण की वोटिंग से पहले प्रचार अभियान में जुटी हुई हैं। वहीं दूसरी तरफ, कांग्रेस पार्टी ऐसे समय में भी अंदरुनी कलह का सामना कर रही है।
लवली द्वारा इस्तीफा देने के बाद राजनीति अचानक से गर्मा गई है। लवली ने सीधे तौर पर आम आदमी पार्टी (AAP) के साथ चुनावी गठजोड़ करने की मुखालफत की है। उन्होंने लिखा, ‘कांग्रेस की दिल्ली इकाई उस पार्टी के साथ गठजोड़ करने के पूरी तरह से खिलाफ थी, जिसका गठन ही कांग्रेस पार्टी पर भ्रष्टाचार के झूठे और मनगढ़ंत आरोप लगाने के उद्देश्य से हुआ है।’ पूरे देश में लोकसभा चुनाव का बिगुल बजा हुआ है और ऐसे में कांग्रेस के दिग्गज नेता द्वारा पार्टी अध्यक्ष का पद छोड़ना कांग्रेस के लिए बड़ा झटका है।

अरविंदर सिंह लवली के अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के प्रमुख कारण
पहले प्रमुख कारण, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरविंद सिंह लवली ने अपने इस्तीफा के लिए पहले महत्वपूर्ण कारण में दिल्ली कांग्रेस प्रभारी दीपक बाबरिया पर फोड़ा ठीकरा।
दूसरा प्रमुख कारण, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी का गठबंधन।
तीसरा प्रमुख कारण, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से बाहरी उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारना।
चौथा कारण, उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उम्मीदवार उदित राज का पार्टी के नेताओं के खिलाफ बयान और उत्तर पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार कन्हैया कुमार का कांग्रेस के स्टैंड से अलग हटकर अरविंद केजरीवाल की तारीफ करना।
पांचवा कारण, कांग्रेस के नेताओं के साथ दिल्ली प्रदेश के प्रभारी दीपक बाबरिया की नोंक झोंक को भी बताया कारण।
छठा कारण, दिल्ली में कांग्रेस को सिर्फ तीन सीट मिलना।
सातवां कारण, उत्तर पूर्वी दिल्ली और उत्तर पश्चिमी दिल्ली से उम्मीदवार बनाए जाने के फैसले की जानकारी DPCC को पहले न देना।