हाथरस में हजारों की भीड़ में मची भगदड़, लगा लाशों का ढेर

हाथरस, उत्तर प्रदेश: यूपी के हाथरस में हुए दर्दनाक हादसा के बाद लगा लाशों का ढेर, हजारों लोग थे मौजूद, सत्संग के बाद मची भगदड़ से 120 से अधिक लोगों की मौत, करीब 30 घायल, कई लोगों की हालत गंभीर, हादसा हाथरस जिले से 47 किमी दूर सिकंदराराऊ छेत्र के फुलरई गांव में मंगलवार दोपहर करीब 2 बजे सत्संग के दौरान भगदड़ मचने से हुआ। मरने वालों में ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।

हादसे के बाद स्थिति भयावह, लाशों और घायलों को बस और टैंपो में सिकंदराऊ सीएचसी और एटा जिला अस्पताल भेजा गया। सीएचसी के बाहर शव जमीन पर इधर-उधर बिखरे पड़े थे, डॉक्टर मौत का आंकड़ा नहीं बता पा रहे थे।

लाशों के बीच लोग अपनों की तलाश कर रहे है, बदइंतजामी इस कदर है कि लाशों को ओढ़ाने के लिए चादर तक नहीं मिल रही है, जमीन पर लेटे घायल तड़प रहे हैं, लेकिन उनका इलाज करने वाला कोई नहीं था।

मुख्यमंत्री योगी ने क्या कहा:

Video Credit: ANI

हजारों की भीड़ में व्यवस्था का ना होना बना हादसे की वजह

सत्संग करने वाले संत भोले बाबा का असली नाम नारायण हरि है। वह एटा के रहने वाले हैं। करीब 25 साल से नारायण हरि सत्संग कर रहे हैं। पश्चिमी यूपी के अलावा राजस्थान, हरियाणा में भी इनके अनुयायी हैं। मंगलवार को हजारों लोग पहुंचे थे, व्यवस्था बिल्कुल नहीं थी, इस वजह से यह हादसा हुआ।

मौके का वीडियो

मुख्य सचिव और डीजीपी पहुंचे हाथरस

CM योगी ने मुख्य सचिव मनोज सिंह और DGP प्रशांत कुमार को घटनास्थल के लिए रवाना कर दिया। 2 मंत्रियों को भी मौके पर भेजा गया है। घटना की जांच के लिए ADG आगरा और अलीगढ़ कमिश्नर की टीम बनाई है। डीएम ने बताया कि एसडीएम ने कार्यक्रम की अनुमति दी थी।

मुख्य सचिव और डीजीपी पहुंचे हाथरस

भगदड़ कैसे मची, 3 वजह आई सामने

पहली– सत्संग खत्म होने के बाद अचानक से भीड़ बाहर निकलने लगी, भीड़ ज्यादा थी ऐसे में धक्का-मुक्की हुई,  इससे भगदड़ मच गई।

दूसरी– सत्संग खत्म होने के बाद भोले बाबा का काफिला निकला, सुरक्षा गार्डों ने भीड़ को रोका, काफिला निकलने के बाद भीड़ को अचानक से छोड़ दिया, इससे भगदड़ मच गई।

तीसरी– बाबा के निकलने के बाद उनके चरणों की धूल लेने के लिए भगदड़ मची।

जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए हेल्‍पलाइन नंबर

हाथरस पुलिस द्वारा जारी हेल्पलाइन नंबर

मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये का मुआवजा

हाथरस की दुर्घटना पर मुख्‍यमंत्री योगी आदित्‍यनाथ ने मृतकों के परिजनों को 2-2 लाख रुपये और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता देने के निर्देश दिए हैं। साथ ही इस मामले में कार्यक्रम के आयोजकों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज की जाएगी। प्रशासन आयोजकों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।

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न्यूज एडिटर: चंद्र भूषण मित्तल, पत्रकार

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