बुलन्दशहर: मई के महीने में पारा चढ़ने से गर्म हवाओं के चलते लोंगों का घरों से निकलना मुश्किल हो गया है। आसमान से बरस रही आग के कारण बारह बजे से शाम पांच बजे तक सड़कों पर सन्नाटा देखने को मिल रहा है।
गर्मी बढ़ने से बीमारियां भी बढ़ रही हैं। जैसे डायरिया, पेट दर्द, गला रोग, आंखों में जलन, एलर्जी आदि बीमारी से आम जनता परेशान हैं।

हाय गर्मी! बाजारों में पसरा सन्नाटा
गर्मी से बचाव के लिए नागरिक मुंह पर कपड़ा बांधकार निकल रहे हैं। मई माह के प्रारम्भ से गर्मी ने अपना प्रचंड रुप दिखाना शुरु कर दिया है। रोजाना दोपहर को पारा करीब 43 या 44 डिग्री पहुंच रहा है।
भीषण गर्मी के साथ चल रही गर्म हवाओं से जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। दिन में गर्म हवायें चलने से लोंगों ने घर से निकलना बन्द कर दिया है। जिससे बाजार सूने पड़े हैं। आसमान से बरस रही आग से स्टेट हाइवे पर कर्फ्यू जैसे हालात देखने को मिल रहे हैं। बढ़ती व चिलाचिलाती गर्मी के कारण नौकरी करने वाले लोगों व पढ़ने वाले छात्र गर्मी से बचने के लिए मुँह पर सूती कपड़ा बांध घरों से निकलने को मजबूर हैं। गर्मी बढ़ने से शीतल पेय पदार्थों की विक्री में बढ़ोत्तरी हुई है। गर्मी से राहत के नाम पर बाजार में मिलावटी और दूषित पेय पदार्थ बिक रहे हैं जो स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है।
गर्मी में घर से बाहर निकलने समय बरतें ये सावधानियां
गर्मी में जब भी जाये बाहर, जरूरी सावधानियों को अपनाकर खुद को हीट स्ट्रोक/लू से बचाये बढ़ते तापमान में बाहर निकलना हो सकता है जानलेवा। गर्मी के मौसम में हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और डायरिया का खतरा अधिक होता है। ऐसे में अपने दैनिक व्यवहार को बदलने की जरूरत है, जिससे स्वास्थ्य पर गर्मी का असर न पड़े तेज धूप में रहने से बचें, ढीले कपड़े पहनें, बाहर निकलते समय छाता या टोपी का इस्तेमाल करें और पानी खूब पीएं।